
भागलपुर: जब अपना ही सिक्का खोटा होता है तब इंसान दूसरे को कुछ भी नहीं कह सकता. ऐसा ही दिल दहला देने वाला वाकया हुआ है एक बेटी के साथ. जहां उसके ही सौतेले पिता ने बेटी को हवस का शिकार बना लिया है. सुलतानगंज में सौतेले पिता ने बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाना चाहा. विरोध करने पर लोहा गरम कर शरीर को दाग दिया.
इतना ही नहीं, दो दिनों तक भूखे-प्यासे घर में कैद रखा. नरक बन गयी जिंदगी से छुटकारा पाने के लिए लड़की ने जब आत्महत्या करने की ठानी और घर से भाग कर ट्रेन के आगे कूदनेवाली थी कि ग्रामीणों ने बचा लिया. यह मामला है मुंगेर की एक किशोर उम्र की लड़की का.
जानकारी के मुताबिक, सौतेले पिता की हैवानियत से तंग आकर मुंगेर, पूरबसराय निवासी 16 वर्षीया अर्पिता (बदला नाम) बुधवार को सुसाईड करने सुलतानगंज के कमरगंज हॉल्ट पहुंची. युवती के जान गंवाने से पहले ही ग्रामीणों ने उसे बचा लिया. कमरगंज निवासी वाल्मीकि मंडल की पत्नी रानी देवी ने जब युवती से सुसाइड करने का कारण पूछा, तो नाबालिग लड़की ने अपने सौतेले पिता की हैवानियत की करतूत खुल कर बता दी.
किशोर उम्र की लड़की ने सुलतानगंज थाना पहुंच कर सौतेले पिता की क्रूरता से जान बचाने की गुहार लगायी. लड़की ने बताया कि दूसरे पुत्र को जन्म देने के दौरान ही मेरी मां का निधन हो गया था. कुछ दिन बाद पिता ने लखीसराय में दूसरी शादी कर ली. वह अक्सर घर में अनजान युवक को बुलाती थी, जब इसका विरोध पिता ने किया, तो सौतेली मां ने मेरे पिता को पांच वर्ष पूर्व ही जहर देकर मार दिया. युवती के पिता मुंगेर आइटीसी फैक्टरी में काम करते थे.
पीड़िता ने बताया कि पिता की मौत के बाद सौतेली मां ने एक अन्य युवक से शादी कर ली. सौतेला पिता मेरे साथ दुष्कर्म करने का प्रयास कर प्रताड़ित करता था. बात नहीं मानने पर घर में बंद कर मारपीट भी करता था. सौतेली मां कुछ नहीं कहती थी. गलत करने को जब लड़की तैयार नहीं हुई, तो सौतेले पिता ने कमरे में बंद कर गर्म लोहे से शरीर के कई भाग में दाग दिया. दो दिनों तक कमरे में बंद भूखे-प्यासे रखा. लड़की ने बताया कि प्रताड़ना से तंग आकर घर से भाग कर जान देने की इरादा कर लिया.
मौका मिलते ही युवती घर से फरार होकर बुधवार को कमरगंज हॉल्ट पहुंची. हॉल्ट पर युवती ट्रेन के आगे कूद कर जान देने का प्रयास कर रही थी. हॉल्ट पर मौजूद रानी देवी व कई युवकों ने लड़की को ट्रेन के आगे खींच कर उसकी जान बचायी. पीड़िता कमरगंज गांव में वाल्मीकि मंडल परिवार के साथ शरण ली हुई है. पुलिस ने युवती से विस्तार से जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई के लिए उचित प्रयास किये जाने का भरोसा दिलाया है. पीड़िता ने बताया कि वह प्रथम श्रेणी से मैट्रिक उत्तीर्ण हुई है. आगे पढ़ाई कर नर्स बनने की इच्छा है.
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