लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क : इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश सिंह की हत्या के पीछे रोडरेज का मामला सामने आया है. एसएसपी उपेन्द्र शर्मा ने प्रेस कांफ्रेस कर मामले का खुलासा करते हुए कहा कि हत्या एक बाइक चोर ने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर की थी. हत्या के मुख्य आरोपी रितुराज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसने पूछताछ में सारी बातें कबूल कर ली है.
एसएसपी ने बताया कि नवंबर में एयरपोर्ट के पास ही चोरी की बाइक से जाते समय आरोपी और रुपेश की कार से इसकी बाइक टकराई थी. इस टक्कर में आरोपी और रुपेश सिंह के साथ हुई बहस को चोर ने दिल पर ले लिया और बाइपास पर फोर्ड हॉस्पिटल के नजदीक कन्हाई नगर में इस हत्या की साजिश रची. मारपीट के बाद 4-5 दिन तक राजवंशी नगर इलाके में घूमता रहा. वारदात से पहले चार बार आरोपी और उसके दोस्तों ने पीड़ित को मारने का प्रयास किया
एसएसपी ने बताया कि 4 बार अटेम्प्ट में पहली बार पुनाईचक चक, दूसरी बार घर के पास टर्निंग पर, इसके बाद एक दिन गाड़ी घर में खड़ी थी तब, लेकिन पुलिस रहने की वजह से हत्या को अंजाम नहीं दे सका. इसका खुलासा सीसीटीवी से हुआ है.
एसएसपी उपेन्द्र शर्मा ने बताया कि रुपेश सिंह मर्डर केस में अब तक टेंडर, रोडरेज, प्रेम-प्रसंग, एयरपोर्ट पार्किंग विवाद जैसे एंगल सामने आ चुके हैं. पुलिस मुख्यालय ने इस केस की जांच में स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम को लगाया था. इसके अलावा स्पेशल टास्क फोर्स, क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट के साथ साक्ष्यों पर काम के लिए फॉरेंसिंक टीम को भी लगाया गया था.
प्रेस काफ्रेंस के दौरान एसएसपी उपेन्द्र शर्मा ने ये सारी बातें कही….
.रोडरेज विवाद को लेकर हुई थी हत्या
.LJP ऑफिस के पास हुई थी गाड़ियों में टक्कर
.गाड़ी चालकों के बीच हुई थी मारपीट
.आरोपी रितुराज को पुलिस ने किया गिरफ्तार
.आरके नगर इलाके से हुई गिरफ़्तारी
.दो बाइक से पहुंचे थे चार अपराधी
.29 नवंबर से कई बार किया था रुपेश का पीछा.
.बजाज पल्सर और टीवीएस अपाचे थी बाइक.
.अपराधियों के आने-जाने का रूट खंगालते हुए ठिकाने तक पहुंची पुलिस.
.पुलिस की टेक्निकल टीम ने खंगाला हर रूट.
.दो सौ से ज्यादा सीसीटीवी देखे गए.
.4 हजार से ज्यादा सीडीआर की हुई जांच.
.नवंबर के अंत मे बाइक चोरी करने की नीयत से आरोपी घूमता था.
.200 CCTV और 6 GB डेटा खंगालनी पड़ी.
.उसकी फोटो से हमारी इनपुट मिली.
.हर 10 दिन पर बाइक बदलता है, आरोपी नौबतपुर का रहने वाला है.
.दिल्ली में कॉल सेंटर में काम कर चुका है, बाइक चोरी करता था.
.कल इसे रामकृष्णा नगर से बरामद किया गया, हथियार भी मिला.
.इसकी बाइक, नम्बर प्लेट, कपड़ा, झोला बरामद हुआ.
.घटना पर निकलने से पहले बाइक का नंबर अलग था.
.घटना के दौरान बाइक का नंबर अलग था, जो फर्जी निकला.
.फिर कुछ देर के लिए ऑन हुआ और फिर रांची में ओपन हुआ.
.घटना के पहले डेढ़ बजे से मोबाइल बंद था.
.जांच के दौरान एड्रेस रामकृष्णा नगर और कन्हाई नगर मिला.
.घर की पहचान होने के बाद पहले बाइक और फिर उससे उसका मोबाइल नंबर मिला कन्हाई नगर कॉलनी में बाइपास पर अंडर पास है, भूतनाथ होते हुए अलका कॉलोनी भी गया था.
.इसमें एक व्यक्ति दिखा, जो कभी झोला और सामान लेकर आता जाता दिखा इसके 50 मीटर के दायरे में 10 घर था, 11 और 12 जनवरी की इलाके के सभी सीसीटीवी को खंगाला गया
.चारों अपराधी दोनों अपराधी 2:29 में कन्हाई नगर से निकले थे.
.आरोपी चितकोहरा से पंजाबी कॉलोनी होते हुए बाइपास पर लारा पेट्रोल पंप से तेल भरवाया था
इसके बाद फोर्ड हॉस्पिटल के पीछे पूर्वी कन्हाई नगर कॉलोनी से निकले थे.