
लाइव सिटीज डेस्क : आविष्कार के मामले में चीन का कोई जवाब नहीं. हाल ही में ये सुनने में आया था कि चीन चांद पर एक रोबोट स्टेशन बनाने की बात पर विचार कर रहा है. ये बात अभी पुरानी नहीं हुई कि चीन अपने दूसरे मिशन पर लग गया है. दरअसल चीन अब अपने नए चंद्रयान ‘चांग ई-4 लूनार’ को लेकर एक नई योजना बनाने में जुटा हुआ है.
चीन इस साल चांद पर आलू उपजाने की बात कर रहा है
चीन की एक समाचार एजेंसी की सूचना के अनुसार ‘चांग ई -4 लूनार’ यान के माध्यम से चीन इस साल चांद पर आलू, एक खास किस्म के पौधे के बीज और रेशम के कीट के अंडाणुओं को भेजने की बात पर विचार-विमर्श कर रहा है.
चीन चांद पर जैविक अनुसंधान करना चाहता है
मीडिया हवाले से मिलें सूत्रों के अनुसार इस अंवेषण के माध्यम से चीन चांद पर जैविक अनुसंधान करना चाहता है. इसके लिए चीन चांद पर आलू और अरबीडोफिसिस के बीजों और इसके साथ ही रेशम के कीटों के अंडाणुओं को भेजेगा.
चांद पर जैविक अनुसंधान की ये पहली कोशिश
चांद पर जैविक अनुसंधान की ये पहली कोशिश है. इस योजना का नाम ‘लूनार’ मिनी बॉयोस्फेयर रखा गया है जिसे चीन के ही 20 विश्वविद्यालयों ने मिलकर तैयार किया है. इस पूरे मिशन का नेतृत्व चांगकिंग यूनिवर्सिटी कर रही है जो कि दक्षिणी-पश्चिमी चीन में स्थित है. इन सारे बीजों को टीन से बनें एक डिब्बे में भेजे जाने की बात बताई जा रही है. इस बेलनाकार टीन के डिब्बे की लंबाई 18 सेंटीमीटर है और चौड़ाई 16 सेंटीमीटर है.
टीन को खास एल्यूमिनियम एलॉय से बनाया गया
बता दें इस टीन को खास एल्यूमिनियम एलॉय से बनाया गया है. अब आने वाले समय में देखने वाली बात ये है कि चीन की ये परियोजना कितनी सफल होगी. यदि ये योजना सफल हो जाती है तो वो दिन दूर नहीं जब हमें चांद पर उगे आलू के स्वाद मिल सकेंगे.
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