लाइव सिटीज डेस्क/पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुरादाबाद (यूपी) में दिए भाषण के बाद सूबे के तमाम जनधन खाताधारकों और उन पराए खातों में अपने रुपए जमा कराने वाले रईसों में हड़कंप मच गया है. बिहार में ऐसे जनधन खातों की संख्या लगभग एक हजार है, जो इनकम टैक्स वालों के रडार पर आ चुके हैं.
आपको मालूम ही है कि शुक्रवार को आरा के नेहरू नगर निवासी सितारा देवी के घर इनकम टैक्स की रेड पड़ी थी. यह छापा उनके जनधन खाते में जमा चालीस लाख रुपयों के कारण पड़ा था. परिवार दूध का कारोबार करता है.
आयकर वालों की घेरेबंदी में फंसे जनधन खातों की बाबत विभागीय सूत्रों का कहना है कि इन खातों में 8 नवंबर के पहले लगभग न के बराबर पैसा था. कई का बैलेंस तो शून्य ही था. लेकिन, प्रधानमंत्री की नोटबंदी की घोषणा के बाद इन खातों में लाखों रुपए जमा हो गए.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इनमें से 972 खाताधारकों को नोटिस भी भेज चुका है. इनसे पूछा जा रहा है कि वे जमा रकम का स्रोत बताएं. चेतावनी दी गई है कि यदि वे स्रोत नहीं बता पाए तो रकम जब्त कर ली गई है.
मजे की बात यह है कि यह चेतावनी प्रधानमंत्री की मुरादाबाद वाली घोषणा से भिन्न है. पीएम ने कल इतना ही कहा था कि लोग इन खातों से रकम न निकालें. उनका बयान था कि इन खातों में लंबी रकम जमा कराने वाले जेल जाएंगे. खातों में जमा रकम के बारे में उन्होंने साफ-साफ कुछ कहने की बजाए यह कहा था कि “मुझे सोचने दें कि क्या करना है.”
इस बीच आरा की सितारा देवी के घर तो छापा भी पड़ चुका है. उनके खाते में 40 लाख रुपए जमा हैं.
सितारा देवी भी मानती हैं. उनका कहना है कि नोटबंदी की घोषणा जैसे ही हुई हम लोग डर गए और आनन-फानन में खाते में पैसा जमा करने लगे. सितारा देवी छोटू यादव की पत्नी है. उनके पति बक्सर जेल में खाद आपूर्ति करते हैं.
इसके अलावा सितारा देवी संयुक्त परिवार में रहती है, जिनका व्यवसाय है दूध बेचना. 40 से ज्यादा भैंस व गाय इन लोगों के पास है. सितारा देवी खुद कहती है कि संयुक्त के परिवार में यह लोग रहते हैं और 60 से ज्यादा सदस्य परिवार में हैं. सबका मिलाकर पैसा उस खाते में डाला गया पढ़े-लिखे हम लोग उतना नहीं हैं. अज्ञानता की वजह से ऐसा हुआ है.