लाइव सिटीज डेस्क : बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट के नतीजे में गड़बड़ी को लेकर अब घमासान शुरू हो चुका है. लाइवसिटीज की खबरों से मची हड़कंप के बाद इसकी गूंज बिहार बोर्ड से लेकर बिहार सरकार तक पहुंच गई है. इंटर आर्ट्स टॉपर गणेश को लेकर जहां शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने आरोपों को खारिज करते हुए कह दिया कि गणेश पर सवाल करने वाले कोई विशेषज्ञ नहीं. ठीक उसी तरह बिहार बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर भी इंटर आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार के बचाव में दिखे. उन्होंने स्पष्ट किया कि गणेश के टॉपर होने में कोई संदेह नहीं है. उसने लिखित परीक्षाओं में बेहतर किया है.
आनंद किशोर ने कहा कि गणेश के कॉपियों की पूरी जांच हुई है. प्रैक्टिकल की दोबारा जांच पर कोई विचार नहीं किया जा रहा. जब उनसे गणेश की अधिक उम्र को लेकर सवाल पूछा गया तो आनंद किशोर ने बताया कि गणेश दलित परिवार से आता है. हो सकता है कि थोड़ा विलंब से पढ़ाई से शुरू किया होगा.
वहीं गणेश कुमार को म्यूजिक के प्रैक्टिकल में उच्च अंक देने पर कहा कि बोर्ड में यह प्रावधान है कि प्रैक्टिकल होम सेंटर में ही लिया जाता है. पूरे देश के बोर्ड में प्रैक्टिकल के मार्क्स स्कूल देते हैं. बोर्ड मार्क्स नहीं देता है.लेकिन अध्यक्ष ने कहा कि प्रैक्टिकल एग्जाम अगले साल से होम सेंटर पर नहीं कराने पर विचार किया जा रहा है. गुरुवार को बोर्ड अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. अध्यक्ष ने यह भी बताया कि स्क्रूटनी के लिए आवेदन 3 से 12 जून तक किया जा सकेगा. और जून के आखिरी सप्ताह में इसके नतीजे दे दिए जाएंगे.
IIT jee मैंस क्वालीफाई कर चुके छात्र जिनके रिजल्ट गड़बड़ हुए हैं या फेल कर चुके हैं. उनको लेकर आनंद किशोर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ऐसे छात्रों के लिए बोर्ड विशेष काउंटर की व्यवस्था करेगा. ऐसे स्टूडेंट्स के नतीजे सिर्फ एक सप्ताह में दे दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं का भविष्य बर्बाद नहीं होगा.