लाइव सिटीज डेस्क : सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए शेखपुरा के CRPF जवान रंजीत यादव के परिजनों को राहत मिल गई है. मीडिया में ख़बरें आने के बाद बैंक प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए RTGS के माध्यम से उनके खाते में अनुग्रह राशि ट्रांसफर कर दी है. इस संबंध में जिलाधिकारी ने संबंधित बैंक के मैनेजर से भी जवाब तलब किया है.
बाउंस हुआ था अनुग्रह राशि का चेक
बुधवार को ऐसी खबर आई कि शहीद के परिजन उन्हें मिले अनुग्रह राशि के चेक भुगतान को लेकर बैंक का चक्कर लगा रहे हैं. बताया गया कि राज्य सरकार की ओर से जिलाधिकारी द्वारा परिजनों को दिया गया 5 लाख रुपये का चेक बाउंस कर गया है. इस बारे में पीड़ित सुनीता देवी ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा 26 अप्रैल को 5 लाख रुपये का चेक मुहैया कराया गया था. यह चेक एचडीएफसी शेखपुरा स्थित बैंक खाते का था. उन्होंने चेक को जमुई के अलीगंज स्थित एसबीआई शाखा के अपने खाते में डाल दिया गया लेकिन करीब एक सप्ताह बाद वहां के बैंक कर्मियों ने चेक बाउंस होने की सूचना दी. बैंककर्मियों द्वारा बताया गया कि जिलाधिकारी दिनेश कुमार का हस्ताक्षर नहीं मिलने के कारण चेक बाउंस किया गया.
कई दिनों तक लगाते रहे बैंक का चक्कर
चेक बाउंस होने की जानकारी मिलने के बाद फुलचोढ़ गांव निवासी शहीद के परिजन पिछले कई दिनों से बैंक का चक्कर लगा रहे थे. इस बारे में एचडीएफसी के शाखा प्रबंधक अमित कुमार ने बताया कि चेक को एसबीआइ के मुख्य शाखा में जमा कराया गया था. वहां स्कैनिंग के बाद एसबीआइ के द्वारा क्लियरेंस के लिए इमेज कॉपी बैंक प्रबंधन के द्वारा नोएडा भेज दिया गया था. जहां तकनीकी गड़बड़ी के कारण चेक भुगतान होने में मामूली बाधा पहुंची है. लेकिन इस बाधा का त्वरित निष्पादन के लिए एचडीएफसी के द्वारा टीम गठित कर उसे 24 घंटे के अंदर भुगतान की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.
जदयू ने कही मामले की जांच की बात
मामले की जानकारी मीडिया में आने के बाद राजनीतिक दलों और प्रशासन की नींद खुली. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मामले की जांच कराई जायेगी. उधर शहीद के परिजनों से मिलने पहुंचे राजद के क्षेत्रीय नेताओं ने इस चूक का ठीकरा जिला प्रशासन पर फोड़ा.