पटना : जन अधिकार पार्टी (लो) (JAP) और जन अधिकार छात्र परिषद के संयुक्त तत्वाधान में मुंह पर काली पट्टी लगाकर राज्यव्यापी काला दिवस मनाया गया. इस दौरान आज पटना के बीएन कॉलेज से कारगिल चौक और कॉलेज ऑफ कॉमर्स से मगध विवि की विस्तारित शाखा तक काली पट्टी लगाकर विरोध मार्च किया गया. मार्च में शामिल लोगों ने राज्य सरकार के द्वारा इंटर परीक्षा में छात्रों को ठगी का शिकार बनाए जाने, माफिया और भ्रष्ट लोगों के हाथों शिक्षा व्यवस्था को गिरवी रखने के विरोध में नारे लगाये.
इस मौके पर एजाज अहमद ने शिक्षा मंत्री और बोर्ड अध्यक्ष पर मुख्यमंत्री के आदेश की नाफ़रमानी का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि जब परीक्षा परिणाम के दूसरे दिन खुद मुख्यमंत्री ने कॉपी पुर्नमूल्यांकन का आदेश दिया, तब उनके आदेश को शिक्षा मंत्री और बोर्ड अध्यक्ष ने नकार कर स्क्रूटनी व दो विषयों का पुर्नमूल्यांकन करने का निर्णय क्यों लिया?
उन्होंने कहा कि क्या वे राज्य में सुशासन बाबू के शासन पर अधिकार को चैलेंज नहीं कर रहे हैं? ऐसी व्यवस्था के खिलाफ सड़क से संसद तक संघर्ष जारी रहेगा. मार्च का नेतृत्व जाप (लो) के प्रदेश महासचिव एजाज अहम, छात्र परिषद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम आनंद और प्रदेश उपाध्यक्ष विकास यादव बॉक्सर ने किया.
छात्र परिषद के अध्यक्ष गौतम आनंद और उपाध्यक्ष विकास बॉक्सर ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के उम्र की जांच की मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार को बिहार के मेधावी छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ का कोई हक नहीं है. मार्च में राजेश रंजन पप्पू, शंकर पटेल, सागर उपाध्याय, शशांक मोनू, प्रिया राज, मोदस्सिर महमूद, प्रभात कुमार, राहुल मंडल, अमित कुमार, उदित कुमार, मुकेश कुमार, विक्की यादव, रवि रंजन, अंकित कुमार, शुभम पांडेय, पार्थ कुमार राजेश कुमार, प्रतीक कुमार सहित इंटर के कई छात्रों ने सड़क पर काली पट्टी लगा कर रोड मार्च किया.