पटना : लाइवसिटीज मीडिया बिहार के सांसदों का रिपोर्ट कार्ड जारी कर रहा है . यह रिपोर्ट कार्ड पार्लियामेंट में सांसदों के परफार्मेंस पर आधारित है . पीआरएस इंडिया की ट्रैक रिपोर्ट में 16वीं लोक सभा के सांसदों के परफार्मेंस रिपोर्ट को 1 जून 2014 से 12 अप्रैल 2017 तक ट्रैक किया गया है . ध्यान रखें,केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल सदस्यों को रिपोर्ट कार्ड में शामिल नहीं किया जाता है .
रिपोर्ट कार्ड की दूसरी किस्त में लाइवसिटीज आपको बता रहा है,बिहार के उन सांसदों के बारे में,जिनका बहुत ही निगेटिव परफार्मेंस संसद में रहा है . जानिए, संसद में कुछ भी नहीं करने वाले/बहुत कम करने वाले बिहार के दस सांसदों के बारे में . टॉप – 5 में शत्रुघ्न सिन्हा,तस्लीमुद्दीन,महबूब अली कैसर, रामचंद्र पासवान और मौलाना असरारुल हक हैं . अब खराब से अच्छे के पायदान के हिसाब से क्रमवार जानिए,संसद में कुछ भी नहीं करने वाले/बहुत कम करने वाले दस सांसदों के बारे में .
1 . शत्रुघ्न सिन्हा
पटना साहिब से भाजपा के सांसद हैं . सिने स्टार भी . पहले भी कई दफे सांसद रह चुके हैं . 16 वीं लोक सभा के गठन होने को तीन वर्ष पूरे होने को हैं . पर,इन तीन वर्षों में शत्रुघ्न सिन्हा संसद में कभी नहीं बोले . लोक सभा में उनका अटेंडेंस 70 प्रतिशत दर्ज है . फिर भी न किसी डिबेट में हिस्सा लिया,न ही कोई सवाल पूछा और न ही कोई प्राइवेट बिल लेकर आये . मतलब बिहारी बाबू कहे जाने वाले इस सांसद के नाम पूरे शून्य अंक हैं .
2 . तस्लीमुद्दीन
अररिया से राजद के सांसद हैं . पूर्व में भारत सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं . संसद के बाहर तो बहुत बोलते हैं,पर संसद के भीतर की रिपोर्ट कार्ड में इनका हाल खराब है . 79 प्रतिशत अटेंडेंस के साथ तस्लीमुद्दीन ने अब तक सिर्फ दो सवाल पूछे हैं . किसी डिबेट में हिस्सा नहीं लिया और न ही कोई प्राइवेट बिल लेकर आये .
3 . महबूब अली कैसर
खगडि़या से लोजपा के सांसद हैं . 2014 के लोक सभा के चुनाव के कुछ माह पहले तक कांग्रेस में थे . बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं . लोक सभा चुनाव जीत कर संसद तो जरुर पहुंच गए,पर यहां बिलकुल ही शिथिल हो गये . 88 प्रतिशत अटेंडेंस वाले कैसर ने लोक सभा में अब तक सिर्फ दो डिबेट में हिस्सा लिया है और दो सवाल पूछे हैं . प्राइवेट बिल वाले खाते में शून्य दर्ज है .
4 . रामचंद्र पासवान
समस्तीपुर से लोजपा के सांसद हैं . केंद्रीय मंत्री रामचंद्र पासवान के भाई हैं . पहले भी सांसद रहे हैं . अब संसद में इनकी सक्रियता को जान लीजिए . अटेंडेंस 78 प्रतिशत है . दो डिबेट में शामिल हुए हैं और 3 प्रश्न पूछे हैं . प्राइवेट बिल वाले कॉलम के आगे जीरो दर्ज है .
5 . मौलाना असरारुल हक
किशनगंज से कांग्रेस के सांसद हैं . बहुत संवेदनशील जिला है . अभी भाजपा ने प्रदेश कार्यसमिति की बैठक भी किशनगंज में ही आयोजित की थी . संसद में उपस्थिति 89 प्रतिशत है . इन्होंने 11 डिबेट में हिस्सा लिया और मात्र 1 सवाल पूछा है . कोई प्राइवेट बिल लेकर नहीं आए .
6 . राजकुमार सिंह
आरा से भाजपा के सांसद हैं . देश के होम सेक्रेट्री रह चुके हैं . आईएएस से रिटायर होने के बाद भाजपा में शामिल होकर लोक सभा का चुनाव लड़े थे . पर,लोक सभा में एक्टिविटी बहुत कम ही रही है . लोक सभा में इनकी उपस्थिति जरुर 97 प्रतिशत रही है,पर कोई प्राइवेट बिल इनके नाम नहीं दर्ज है . कुल 18 डिबेट में हिस्सा लिया है और 45 सवाल पूछे हैं .
7 . हुकुमदेव नारायण यादव
मधुबनी से भाजपा के सांसद हैं . अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी थे . बोलते हैं,तो खूब बोलते हैं . पिछले दिनों उप राष्ट्रपति के संभावित उम्मीदवारों में भी इनके नाम की चर्चा चल गई थी . लोक सभा की रिपोर्ट कार्ड को देखें,तो उपस्थिति 97 प्रतिशत है . 34 डिबेट में हिस्सा लिए हैं और 31 सवाल पूछे हैं . इनके नाम भी कोई प्राइवेट बिल नहीं है .
8 . संतोष कुशवाहा
पूर्णिया से जदयू के सांसद हैं . पहली बार सांसद बने हैं . पहले विधायक थे . संसद में इनकी उपस्थिति नेशनल और स्टेट औसत से भी कम है . अटेंडेंस रिपोर्ट कार्ड में 66 प्रतिशत दर्ज है . कुल 22 डिबेट में हिस्सा लिया है और 63 सवाल पूछे हैं . कोई प्राइवेट बिल इनके नाम के आगे नहीं दर्ज है .
9 . जनक राम
गोपालगंज से भाजपा के सांसद हैं . संसद में 97 प्रतिशत उपस्थिति है . अब तक 9 डिबेट में शामिल हुए हैं और 79 सवाल पूछे हैं . इनके नाम भी कोई प्राइवेट बिल नहीं है .
10 . शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल
भागलपुर से राजद के सांसद हैं . भाजपा के शहनवाज हुसैन को हराया था . पहले बिहार विधान सभा के सदस्य रह चुके हैं . संसद में उपस्थिति 82 प्रतिशत है . 44 डिबेट में हिस्सा लिया है और 56 सवाल पूछे हैं . हां,इनके नाम 3 प्राइवेट बिल जरुर हैं .