
लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क : लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) में घमासान मच गया है. इसी दौरान आज नागमणि न सिर्फ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया बल्कि उपेंद्र कुशवाहा पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप भी लगाया. वहीं, नागमणि के इस आरोप के बाद आरएलएसपी ने पलटवार किया है. आरएलएसपी के महासचिव सत्यानंद दांगी खुलासा किया कि नागमणि खुद के साथ-साथ अपनी पत्नी के लिए भी टिकट मांग रहे थे, इंकार के बाद उन्होंने रंग बदल दिया.
रविवार को आरएलएसपी के महासचिव सत्यानंद दांगी ने एक मीडिया से बात करते हुए नागमणि के आरोप को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया. आरएलएसपी नेता ने खुलासा किया कि नागमणि खुद के साथ-साथ अपनी पत्नी के लिए भी टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के इंकार के बाद उन्होंने रंग बदलना शुरू कर दिया.
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बता दें कि पार्टी से निलंबित चल रहे नागमणि कुशवाहा ने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति बाद में बताऊंगा. बता दें कि नागमणि पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा. इस आरोप को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा ने नागमणि को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था.
इस्तीफा देने के बाद नागमणि ने RLSP चीफ उपेन्द्र कुशवाहा पर जमकर हमला बोला. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने महागठबंधन से अपील करते हुए कहा कि RLSP को एक सीट से ज्यादा मत दीजिएगा. नहीं तो उपेन्द्र कुशवाहा बेच देंगे.
नागमणि ने कहा था कि निलंबन का फैसला अगर उनकी मर्जी से लिया गया है तब तो मैं बिहार की जनता के सामने अपनी बातें भी रखूंगा. उन्होंने कहा कि कुशवाहा समाज उन्हें सबक जरुर सिखाएगा. इस दौरान उन्होंने पार्टी के महासचिव माधव आनंद पर आरोप लगाते हुए कहा था कि ये उन्ही का षडयंत्र है.
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