
नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया): नवादा-जमुई पथ पर बसे पकरीबरांवा प्रखंड मुख्यायलय के भगवानपुर गांव में कुलदीप यादव और राजो यादव के बीच वर्षो से जारी वर्चस्व की लड़ाई में जमकर दो दिनों से रुक रुककर मारपीट व पत्थरबाजी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. वहीं इस मामले में पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है.
बताया जा रहा है कि गांव के बाहर अवस्थित तालाब का ठेका मुख्यालय के ही एक मछली बिक्रेता को 25,000 रुपए प्रतिवर्ष की दर से दे दिया गया था. इस राशि से गांव में सामाजिक कार्य किया जाता था. सामाजिक कार्य के लिए एक कमिटी का गठन भी हुआ था. लेकिन एक गुट इस राशि को पाने के लिए हावी होने लगा. जिसके कारण अन्य गांव वासियों को नागवार गुजरने लगी थी. इस साल उक्त तालाब का टेंडर समाप्त हो गया. इसी मामले को लेकर राजो यादव के गुट ने कुलदीप यादव के गुट से उस पैसे का हिसाब लेने के लिए गांव वालों को उकसाने लगा.
जिसे देख कुलदीप यादव के गुट को नागवार लगी तो वह इसका विरोध किया. जिसके कारण दोनों गुटों में बुधवार की देर शाम जमकर लाठी-डंडा चला. जानकारी मिलते ही पकरीबरवां पुलिस अपने दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली.
घटना की भयावहता को देखते हुए गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई. इसके बावजूद गुरुवार की सुबह 12 वर्षीय रंजन कुमार तथा 16 वर्षीय दीपक कुमार दूध लेकर बाजार जा रहे थे, तभी दूसरे पक्ष के लोगों ने उसके हाथ से दूध का बर्तन छीनकर उसे मारने लगे. दोनों युवक चिल्लाते हुए अपने गांव के तरफ भागे और लोगों को घटना की जानकारी दी.
पुलिस के द्वारा तैनात चौकीदार के सामने यह घटना घटित हुआ. गांव के तेवर के आगे चौकीदार की एक भी नहीं चली. फिर क्या दोनों गुट के लोग एक बार फिर भिड गये जिसके कारण दोनों गुटों में फिर से पत्थरबाजी शुरू हो गई. पत्थरबाजी के कारण लोग गांव छोड़कर फरार होने की जुगाड़ में लग गए हैं. ग्रामीणों में दहशत के कारण गलियों में सन्नाटा छा गया है.
बता दें कि इसी तालाब के विवाद में पिछले वर्ष और 20 दिन पूर्व भी दोनों गुटों में मारपीट के साथ-साथ हिंसक झड़प भी हुई थी. दो दिनों से जारी इस हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए थे. लेकिन अभी तक किसी भी जख्मी को स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं लाया गया है.
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