
नवादा: बड़ी खबर आ रही है बिहार के नवादा जिले से, जहां अस्पताल में भर्ती कराने के बाद भी सुविधाओं का अभाव है. जी हां, नवादा में एक मरीज को भर्ती कराया गया जिसे सांस लेने में तकलीफ थी. लेकिन किसी ने सुधि नहीं ली और मरीज के परिजनों को बहार से ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदकर लाना पड़ा. परिजनों ने बताया कि ये स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को दर्शाता है.
घटना जमुई जिले के परसा गांव के निवासी सरयू यादव छाती रोग से पीड़ित हैं और उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है. वो फिलहाल नवादा के सदर अस्पताल में भर्ती में है, जहां डॉक्टरों ने उन्हें 24 घंटे ऑक्सीजन देने की बात कही. सदर अस्पताल में उन्हें मात्र एक ही सिलेंडर दिनभर में उपलब्ध कराया जा रहा है, जो 12 घंटे तक इस्तेमाल में आता है. मगर अगले 12 घंटे के लिए उन्हें कोई सिलेंडर नहीं दिया जा रहा है लिहाजा मजबूरी में उनके परिजन बाहर से 150 रुपये सिलेंडर बाहर से खरीदकर लाने को मजबूर हैं.
मरीज की पत्नी उर्मिला का कहना है कि कुछ दिनों तक तो इलाज सही हुआ, मगर बाद में उन्हें सिलेंडर के लिए बाहर जाना पड़ता है. आज सुबह भी उनका बेटा बाहर से सिलेंडर लेकर आया है.अस्पताल के डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया है. मगर गरीबी के कारण उनका परिवार उन्हें बाहर इलाज कराने के लिए नहीं ले जा पा रहा है. पत्नी उर्मिला देवी का कहना है कि वो पूर्व में भी पटना में पति का इलाज करा चुके हैं लेकिन बार बार तबियत खराब होने के कारण वो पटना ले जाने में असमर्थ हैं.
ड्यूटी पर तैनात नर्स से पूछा गया तो उसने बताया है कि सिलेंडर की संख्या कम हो जाने से मरीज को हर बार सिलेंडर नहीं दिया जा सकता है. मगर उपलब्ध रहने पर उन्हें ऑक्सीजन लगातार दिया जा रहा है.
सदर अस्पताल के सुपरिटेंडेंट श्रीनाथ प्रसाद से पूछने पर उन्होंने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की कोई कमी नहीं है और किसी मरीज को बाहर से सिलेंडर लाने की जरूरत नहीं है. ऐसे में वह इस मामले की जांच करेंगे एवं तत्काल उस मरीज को जितना भी सिलेंडर जरूरत पड़ेगी उसे मुहैया कराया जाएगा और यदि कोई कर्मचारी ऐसा कर रहे हैं तो उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.
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