लाइव सिटीज डेस्क : मध्यप्रदेश के मंदसौर में पुलिस फ़ायरिंग में कम से कम 5 किसानों समेत 6 लोगों की मौत हो गई है और इसके बाद सोशल मीडिया पर विपक्षी नेताओं और आम लोगों का आक्रोश दिख रहा है. विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने इस पूरे मामले में आक्रामक रुख़ अपनाते हुए बीजेपी सरकार पर तीखे हमले किए हैं. विपक्ष के साथ-साथ आम नागरिकों में भी इस घटना को लेकर आक्रोश है. सभी सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकल रहे हैं. और बीजेपी सरकार की तुलना अंग्रेजी हुकूमत से क्र रहे हैं.
कांग्रेस के शहज़ाद पूनावाला ने लिखा, ‘महाराष्ट्र में बीजेपी किसानों के लिए यमराज बन गई है, क्योंकि वहां वे ख़ुदकुशी कर रहे हैं और मध्य प्रदेश में प्रदर्शनकारी किसानों को जनरल डायर की तरह मार रही है.’
आम आदमी पार्टी के नेता और कवि कुमार विश्वास ने कविता की दो पंक्तियों के ज़रिये बीजेपी सरकार को ‘हत्यारा’ कहा. उन्होंने लिखा, ‘जो धरापुत्र का वध कर दे,वह राजपुरुष नाकारा है, जिस पर किसान का रक्त गिरे उस का शासक हत्यारा है.’
समर अनार्य लिखते हैं, ‘साल 2014 के बाद से जिन प्रदेश सरकारों ने आम लोगों पर गोलियां चलाने के आदेश दिए हैं, वे हैं: गुजरात, हरियाणा, झारखंड, जम्मू-कश्मीर और मध्य प्रदेश. ये सभी बीजेपी शासित प्रदेश हैं. #सबकासाथसबकोगोली?’
और भी कुछ ट्वीट देखिये…
https://twitter.com/YadavTejaswi/status/872102735965040642
BJP सीमा पर जवानो को तो देश के अंदर किसानों पर गोलियाँ चलवाकर "मर जवान, मर किसान" कर रही है।क्या यही है अच्छे दिन? #Mandsaur #FarmerStrike
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) June 6, 2017
Firing on distressed farmers in #Mandsaur shows complete apathy of BJP led MPGovt towards them. Farmers most marginalized in country today.
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) June 6, 2017
#Mandsaur
Nihathhe Gareeb kisan pe goli chalane se pehle sharm v nahi aayi. Jo desh ko khilate hain unko sadak par haq mangna pad raha hai.— Janta Dal (United) (@jduindia) June 6, 2017
Now farmers dont have to commit suicide.
Govt is doing the needful & killing them. #Mandsaur— Darab Farooqui (@darab_farooqui) June 6, 2017
अन्नदाताओं पर गोली चलना बेहद दुखद है।यह सरकार समाज के हर उस वर्ग के प्रति बेरहम जो चुकी है जो अपने हक़ की मांग करते है#Mandsaur https://t.co/HOGskwb5Pa
— Dr. Madan Mohan Jha (@DrMadanMohanJha) June 6, 2017
बता दें कि किसान 20 सूत्रीय मांगों को लेकर एक जून से हड़ताल कर रहे हैं. उनकी मांग है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए. किसानों का कर्ज माफ़ किया जाए. किसानों को उचित समर्थन मूल्य दिया जाए. मंडी का रेट निर्धारण हो. किसानों को पेंशन दी जाए.