पटना/नई दिल्ली : आप गुनगुना सकते हैं – ‘एक तू ही धनवान है चूहे, बाकी सब कंगाल…’ जी हां,देश का हाल अभी कुछ ऐसा ही है . कुछ ही दिनों पहले आपने सुना था कि बिहार के थानों के मालखाने में रखी गई शराब को बड़ी मात्रा में चूहे पी गये हैं . बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी अभियान को सफल बनाने को बड़ी मुश्किल से शराब पकड़े गये थे.
बिहार का शोर देश भर में हुआ . सभी समझ गये कि मालखाने का शराब गटक जाने वाले चूहे पुलिस महकमे के ही हैं . लेकिन पहचान मुश्किल थी . पटना के एसएसपी मनु महाराज इतने गुस्से में आये कि उन्हें कहना पड़ा कि वे थानों में बिना बताये रेड करेंगे . सिपाही से लेकर थानेदार तक को सूंघेंगे . ब्रेथ एनालाइजर से जांच करायेंगे .
चूहे और अधिक शराब न पी जाएं,इसके लिए बिहार के प्रशासन ने सभी जिलों में रोड रॉलर से थानों में जब्त शराब को नष्ट कराया . लेकिन,बिहार को कहां पता था कि उनके यहां शराब पीने वाले चूहों का गिरोह बहुत तगड़ा है . गिरोह की नेटवर्किंग नेशनल है . तभी तो चूहे शराब पीने के पहले कोई पांच करोड़ रुपयों का गोल्ड चखना के रुप में हजम कर चुके थे . मामले का खुलासा हुआ है तो चूहों की खोज-खबर लेने के लिए सीबीआई की मदद लेनी पड़ रही है . बुधवार 24 मई को ही सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया है .
पांच करोड़ के करीब 16 किलो गोल्ड को कई जांच-तलाशी में कस्टम वालों ने पकड़ा था . कड़ी सुरक्षा में इसे तिजोरी में रखा गया था . लेकिन कस्टम डिपार्टमेंट ने जब सालाना ऑडिट शुरु की,तो फिजिकल वेरीफिकेशन में पाया कि सीलबंद पैकेटों में तो गोल्ड है ही नहीं . कुछ पैकेट ऐसे थे,जिसके भीतर अब गोल्ड की जगह फालतू की धातु रखी हुई थी . जबकि इन जब्तियों के लिए कोर्ट-कचहरी में संबद्ध लोगों के खिलाफ केस-मुकदमे चल रहे हैं.
कस्टम वालों ने बहुत जांच कर ली,पर वे अपने डिपार्टमेंट के चोर चूहों की पहचान नहीं कर पाये . अब जान लें कि यह मामला बिहार का नहीं है . बिहार का होता तो देश भर में हंगामा मचा होता . लेकिन, 16 किलो गोल्ड गटक जाने वाले चूहे निश्चित तौर पर बिहार से अधिक सेफ जोन में वारदात को अंजाम देने में महारत हासिल किये हुए हैं . दरअसल,यह वारदात नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 की है . समझ लें कि वहां पहरा कितना होता है . जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं . सुरक्षा में सीआईएसएफ है . दिल्ली की सिक्यूरिटी केन्द्र संभालती है .
अब गोल्ड हजम करने वालों की तलाश के लिए सीबीआई को कहा गया है . सीबीआई की इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट के डीएसपी भरत सिंह जांच अधिकारी बनाये गये हैं,जिन्हें चूहों की तलाश के लिए तमाम कसरतें अब करनी होगी.
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