
लाइव सिटीज डेस्क : जदयू के राज्यसभा सांसद शरद यादव को लेकर एक बार फिर बिहार की सियासत में हलचल मच गयी है. जदयू की ओर से शरद यादव को निशाना बनाया जा रहा है. उन पर इशारों ही इशारों में तंज कसे जा रहे हैं. लेकिन इन सबसे दूर शरद यादव बुधवार को अमित शाह को मात देने वाले कांग्रेस के चाणक्य अहमद पटेल को जीत के लिए बधाई दी है.
बता दें कि बिहार में महागठबंधन के टूटने और नीतीश कुमार के भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद से ही शरद यादव नाराज चल रहे हैं. पहले तो वे लगातार विरोध में बयान देते रहे. बात अलग पार्टी बना तक पर होने लगी. उनके समर्थक ने नयी पार्टी को लेकर बयान तक दे डाला. हालांकि उन्होंने नयी पार्टी बनाने से इनकार कर दिया. लेकिन उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई. यह उनके बयान से भी समझा जा सकता है.
लेकिन नये घटनाक्रम में एक बार बिहार में जदयू की बेचैनी बढ़ा दी है. ताजा मामला गुजरात राज्यसभा चुनाव में जदयू विधायक की क्रॉस वोटिंग और विपक्ष उम्मीदवार अहमद पटेल को जीत की बधाई देना है. शरद ने ट्वीट कर अहमद पटेल को बधाई दी है. इतना ही नहीं, बुधवार को शरद यादव ने साफ कह दिया कि वे बिहार दौरे पर जनता से मिलेंगे. वहां के 11 करोड़ लोगों ने महागठबंधन को वोट दिया था. अब वे क्या सोचते हैं, इसे भी जानेंगे.
गौरतलब है कि शरद यादव ने मंगलवार को भी सदन से लेकर सड़क तक भाजपा पर निशाना साधा था. उन्होंने बिना नाम लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर कमेंट किये. उन्होंने गुजरात राज्यसभा चुनाव पर अमित शाह को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि एक व्यक्ति के लिए भाजपा की ओर ये किया जा रहा तिकड़म लोकतंत्र की सेहत की लिए कहीं से ठीक नहीं है. जबकि, सदन में 500 के नये नोट की छपाई को लेकर उन्होंने सोनिया गांधी के साथ नरेंद्र मोदी को घेरने का काम किया.
पॉलिटिकल कॉरिडोर में हो रही फुसफसाहट की मानें तो बधाई अपनी जगह ठीक है, लेकिन पार्टी के विधायक की क्रॉस वोटिंग जदयू के शीर्ष नेताओं पर नागवार गुजरी है. यह कारण है कि जदयू ने शरद के करीबी माने जानेवाले महासचिव अरुण श्रीवास्तव को पद से हटा दिया है. बता दें कि पार्टी लाइन से अलग जाकर अहमद पटेल को वोट देनेवाले जदयू विधायक भी शरद यादव के करीबी है. उधर जदयू प्रवक्ता ने भी सांसद शरद यादव पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि जदयू का संविधान और गाइड लाइन शरद जी की बनायी हुई है. इसके बाद भी शरद यादव गलत राह चलते हैं तो यह चिंता की बात है. वहीं जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि शरद यादव का बिहार दौरा उनका व्यक्तिगत कार्यक्रम है. इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है.
बहरहाल, जदयू सांसद शरद यादव के समर्थक विधायक की अहमद पटेल के पक्ष में क्रॉस वोटिंग कुछ ज्यादा ही खल रहा है. हालांकि इस पर जदयू की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है. लेकिन पॉलिटिकल कॉरिडोर में यह चर्चा जरूर है कि इससे जदयू को झटका लगा है. जदयू के महासचिव अरुण श्रीवास्तव पर पार्टी की ओर से की गयी कार्रवाई इसी की कड़ी में क्विक रिएक्शन है.
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