पटनाः बिहार बोर्ड के फर्जी टॉपर घोटाले में पहले दिन से लगातार खुलासा कर रही लाइव सिटीज की स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम के सदस्य आज शनिवार को सुबह फिर से समस्तीपुर के ताजपुर के चकहबीब गांव में स्थित रामनंदन सिंह जगदीश नारायण इंटर स्कूल के ग्राउंड पर मौजूद है. फर्जी टॉपर गणेश की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही स्कूल के प्रभारी प्राचार्य अभितेंद्र कुमार अंडरग्राउंड हो गये हैं. शायद खुद की अरेस्टिंग का डर सता रहा है. अभितेंद्र के पिता व स्कूल के संस्थापक सचिव-सह-भाजपा नेता जवाहर प्रसाद सिंह का भी अता-पता नहीं चल रहा है. जवाहर प्रसाद सिंह भाजपा टिकट पर कल्याणपुर विधान सभा क्षेत्र से 1985 और 1990 का बिहार विधान सभा चुनाव लड़ चुके हैं.
लाइव सिटीज के इस पोस्ट के साथ आज जो तस्वीरें पब्लिश की गई है, वह स्कूल और भाजपा नेता के घर (प्रिंसिपल की फाइल फोटो छोड़कर) आज सुबह शनिवार को ली गई है. स्कूल पहुंचने पर कोई नहीं मिला. बस, एक कमरा खुला है. जवाब देने वाला कोई नहीं है. ग्रामीणों से पता चल रहा है कि केस की जानकारी शुक्रवार की रात को ही पिता-पुत्र को लग गई थी. तभी से दोनों गायब हो गये हैं. लाइव सिटीज ने ही सबसे पहले फ्राइडे की रात को बताया था कि गणेश की गिरफ्तारी के बाद प्राचार्य की अरेस्टिंग हो सकती है. उनका सारा पाप लाइव सिटीज की पड़ताल के बाद खुल चुका है बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के सामने.
बोर्ड ने स्कूल प्रबंधन की मान्यता को स्थगित करने की कार्रवाई करते हुए तीन दिनों के भीतर शो काउज नोटिस भी किया है. खबर है कि समस्तीपुर प्रशासन को प्रभारी प्राचार्य की तलाश करने को कह दिया गया है. बताते चलें कि जांच में यह बात सामने आ गई है कि यह स्कूल फर्जी नियमित छात्रों को परीक्षा पास कराने की फैक्ट्री मात्र है. आज सुबह कई ग्रामीणों ने बताया कि इस स्कूल में स्कूल की तरह पढ़ाई नहीं होती थी. तभी तो बहुत सारे बच्चे पढ़ने को दूर जाते हैं, जबकि यह स्कूल कई शहरों के बच्चों को परीक्षा पास कराने का ठेका ले रहा था.
पड़ताल में स्कूल की पूरी व्यवस्था संदेह के घेरे में है. पढ़ाई की कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं थी. पर,यह स्कूल बच्चों को संगीत की पढ़ाई में ऐसे टॉप करा दे रहा था,जैसे घर-घर से हिमेश रेशमिया, अदनान सामी पैदा कर रहा हो. टॉपर गणेश की बात छोड़ दें,स्वयं को एम कॉम पास बताने वाले स्कूल के प्रभारी प्राचार्य को बिहार के गवर्नर कौन हैं, तक की जानकारी नहीं है. देश के उप राष्ट्रपति का नाम भी गलत बताया था. मामले की जांच कर रही पटना पुलिस से इस बात के संकेत मिलने शुरु हो गये हैं कि प्रभारी प्राचार्य अभितेंद्र की गिरफ्तारी तय है. स्कूल के संचालन में संस्थापक प्राचार्य की भूमिका भी जांची जाएगी,क्योंकि यह स्कूल प्रथम दृष्टया फैमिल बिजनेस ही दिख रहा है.
लाइव सिटीज की टीम ने भाजपा नेता जवाहर प्रसाद सिंह के घर का भी दौरा किया. यहां भी दोनों नहीं मिले. परिवार का कोई भी सदस्य यह बताने को तैयार नहीं है कि दोनों कहां-कब गये. दोनों के सभी मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गये हैं.