पटना : बिहार बोर्ड की 12 वीं के रिजल्ट बहुत ही खराब आये हैं . बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने भी माना है कि सक्सेस रेट बहुत गिर गया. कदाचारमुक्त परीक्षा और सख्त मूल्यांकन की बात कही जा रही है . पर रिजल्ट जितना खराब आया है,उसने यह तय कर दिया है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप-10 कॉलेजों में बिहार बोर्ड के किसी भी छात्र को दाखिला को नहीं मिलने जा रहा है . बिहार के टॉपर भी नार्थ कैंपस नहीं देख पायेंगे . साउथ कैंपस के कालेजों में भी इन टॉपरों को मनपसंद विषयों में दाखिला मिलना बहुत मुश्किल होगा . मतलब,साल 2017 में बिहार के सबसे कम छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी में होंगे . जो दिखेंगे, वे सीबीएसई बोर्ड से पास होंगे .
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अभी दाखिले के लिए फार्म भरने का दौर चल रहा है . सात दिनों में 1.25 लाख् स्टूडेंट्स एप्लाई कर चुके हैं . बिहार बोर्ड के छात्र नतीजों का इंतजार कर रहे थे . पर,आज जब नतीजे आये,तो घोर निराशा हुई . साइंस में कुल 30.11 प्रतिशत,कामर्स में 73.76 प्रतिशत और आर्ट्स में 37.16 प्रतिशत छात्र ही परीक्षा में पास हुए हैं . इतना खराब रिजल्ट पहले कभी नहीं आया था .
अब बिहार बोर्ड के टॉपरों का हाल जान लीजिए . साइंस की टॉपर सिमुलतला,जमुई की खुशबू कुमारी है . लेकिन अंक प्रतिशत मात्र 86.2 प्रतिशत है . 81.6 प्रतिशत के साथ कालेज आफ कामर्स,पटना के प्रियांशु जायसवाल कामर्स स्ट्रीम के टॉपर बने हैं . समस्तीपुर के गणेश कुमार 82.6 प्रतिशत अंक के साथ आर्ट्स के स्टेट टॉपर हैं . अब बताइए भला,इतने नंबरों में इनके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के किस कालेज में एडमिशन की गारंटी मिलती है.
सेंट स्टीफंस,हंसराज,हिन्दू,मिरांडा हाउस,एलएसआर,करोड़ीमल जैसे कालेजों की तो बात बिहार के टॉपर भी नहीं कर सकते . दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढाने वाले बिहार के एक प्रोफेसर बताते हैं कि नार्थ कैंपस के किसी भी कालेज में सामान्य कोटे के बिहार के छात्रों दाखिला नहीं मिलेगा . साउथ कैंपस के टॉप कालेजों में भी मुश्किल होगी . वैसे यह हैरान करने वाली बात है कि बिहार बोर्ड के नतीजों में साइंस और आर्ट्स स्ट्रीम में पास करने वाले परीक्षार्थियों की संख्या से अधिक संख्या फेल करने वालों की है. ऐसे में, यह सवाल उठेगा कि बिहार के कौन-सी स्कूलों में हो रही है ?