पटना : लोजपा के चीफ रामविलास पासवान बीमार हैं . बीमारी ऐसी कि इंडिया में इलाज दुरुस्त नहीं दिखा . बीमारी का बेस्ट ट्रीटमेंट दुनिया भर में पता किया गया . फिर,एक्सपर्टी को पता कर इंग्लैंड चले गये . कितने दिन लगेंगे,किसी को ठीक से पता नहीं . कोशिश देश में राष्ट्रपति चुनाव की कवायद तेज होने के पहले लौटने की होगी . लोजपा के छह सांसद हैं . सबों का वोट जरुरी होगा .
नेताओं की फितरत होती है कि उम्र के चाहे जिस पड़ाव पर हों, बीमारी को दुनिया से छुपाते हैं . किसी को जानने नहीं देना चाहते कि शरीर से अभी फिट नहीं हैं . ऐसा ही रामविलास पासवान के साथ भी हुआ . इलाज कराने को विदेश जाने की बात दुनिया बस इसलिए जान गई कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की अनुशंसा पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें मिनिस्टर विदाउट पोर्टिफोलियो की व्यवस्था संबंधी आदेश निर्गत किए . अनुपस्थिति में रामविलास का डिपार्टमेंट केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह को संभालने को कहा गया .
विदेश जाने के पहले रामविलास स्वयं को बहुत एक्टिव दिखाने की कोशिश कर रहे थे . मीडिया से लगातार बातचीत कर रहे थे . टीवी चैनलों को स्पेशल इंटरव्यू भी दिए . पर किसी को नहीं बताया कि इलाज कराने को विदेश जा रहे हैं . वे जब विदेश चले गये, तो सबों ने फील किया कि रामविलास के चेहरे की स्माईली पहले के दिनों की तरह नहीं थी. काले घेरे भी अधिक दिख रहे थे .
रामविलास पासवान को अभी वास्तव में क्या कुछ हुआ है, कोई बताने को तैयार नहीं है . हार्ट रिलेटेड डिजीज उन्हें पहले से थी. करीबी बताने वाले कई लोग कहेंगे कि इधर प्रॉस्टेट ने भी परेशान कर रखा था. जितना पानी पीते थे, अनुपात में वह बॉडी से रिलीज नहीं हो रहा था .
रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान भी सांसद हैं और ट्विटर पर एक्टिव रहते हैं . पर अपने पिता के हेल्थ की कोई जानकारी शेयर नहीं कर रहे हैं . खुद रामविलास पासवान का ट्विटर अकांउट भी खामोश है . जब से विदेश गये हैं, तब से अन्य के कुछ ट्वीट को बस री-ट्वीट कर दिया गया है . जाहिर तौर पर, ये सारे ट्वीट अकांउट हैंडल करने वाले प्रोफेशनल्स की टीम ही करती है . ऐसे में, लोजपा और बिहार के लोग यह जानने को परेशान तो हैं ही कि रामविलास पासवान को असल में हुआ क्या है और इलाज में डेवलपमेंट क्या है ?