लाइव सिटीज डेस्क : पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुई जातिगत हिंसा के विरोध में भीम आर्मी जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन कर रही है. हजारों की संख्या में देशभर से लोग भीम आर्मी के लीडर चंद्रशेखर आजाद रावण के समर्थन में पहुंच रहे हैं. सहारनपुर हिंसा के बाद चंद्रशेखर आजाद पर केस दर्ज किया गया था. जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारी आजाद पर से केस हटाने और सहारनपुर में दलितों को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं.
वहीं दूसरी ओर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में करीब दो हजार दलितों ने धमकी दी है कि ठाकुर समुदाय के हाथों उनका शोषण नहीं रुका तो इस्लाम अपना लेंगे. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार रविवार (21 मई) को इन दलितों ने हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें गांव के तालाब में डुबोईं. दलितों ने तस्वीरें डुबो कर हिंदू धर्म छोड़ने का संकेत दिया है. बता दें कि इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के अन्य इलाकों के दलित भी अगड़ी जातियों के हाथों उत्पीड़न के विरोध में धर्म परिवर्तन करने की धमकी दे चुके हैं.
अलीगढ़ के केशोपुर झोपड़ी गांव में पिछले हफ्ते विवाद तब शुरू हुआ जब दलितों ने एक खाली जमीन पर भैरव बाबा का मंदिर बनाने का प्रयास किया. पड़ोसी ठाकुरों ने मंदिर निर्माण का विरोध किया. स्थानीय दलित नेता बंटी सिंह टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार को बताया कि उन लोगों ने “लगातार उत्पीड़न और शोषण” के चलते मुसलमान बनने का फैसला किया है. बंटी सिंह ने कहा कि वो लोग दलितों को हिंदू नहीं मानते और उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं इसलिए इससे बेहतर है मुसलमान बन जाना.

हाल ही में यूपी के सहारनपुर में ठाकुरों और दलितों के बीच हिंसा में एक ठाकुर की जान चली गयी. ठाकुरों ने दलितों के दो दर्जन से ज्यादा घर जला दिए. वहीं दोषी ठाकुरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दलित संगठन भीम आर्मी ने सहारनपुर में विरोध प्रदर्शन किया जिसमें कई गाड़ियां फूंक दी गयीं और अन्य संपत्ति को नुकसान पहुंचा. भीम आर्मी ने रविवार (21 मई) को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. सहारनपुर की हिंसा के बाद 150 से ज्यादा दलितों ने पुलिस के रवैये से दुखी होकर बौद्ध धर्म अपना लिया.