लखनऊ : यूपी के मुरादाबाद में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे एक शहीद के परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने से इंकार कर दिया है. भूख हड़ताल पर बैठे शहीद के परिजनों से जिला प्रशासन ने कहा था कि वो मुख्यमंत्री के रविवार को प्रस्तावित मुरादाबाद दौरे में उनसे मिलने के लिए वक़्त दिला सकते हैं. लेकिन परिजनों ने कहा है कि जबतक मुख्यमंत्री खुद उनके गांव ‘पनसुखा मिलन’ नहीं आते तब तक वो भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.
पनसुखा के जवान सुदेश कुमार जम्मू-कश्मीर में भारत-पाक सीमा पर तैनात थे. पिछले साल सीमापार से हुई फायरिंग में वो शहीद हो गए थे. उनकी माता संतोष कुमारी ने कहा है कि अगर मुख्यमंत्री उनसे मिलने गांव नहीं आये तो वे लोग सुसाइड कर लेंगे. परिजनों का आरोप है कि सुदेश के शहीद होने के बाद स्थानीय भाजपा नेताओं ने उनसे कई वादे किये थे. इनमें पेट्रोल पंप दिलाना, गांव में सड़क का निर्माण, शहीद के नाम पर मेमोरियल निर्माण और गांव के विद्यालय का शहीद के नाम पर नामकरण करना शामिल था. हालांकि, अब तक इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया जा सका है.

इस बीच नेता व अधिकारी लगातार उनके घर आ रहे हैं और रविवार को मुख्यमंत्री से मुरादाबाद में मिलने का निमंत्रण दे रहे हैं. शहीद के भाई मनोज कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि जिले के SP, ADM सहित कई अधिकारी व स्थानीय भाजपा नेता उनसे मिले हैं. लेकिन वो अपनी मांगों पर अडिग हैं और भूख हड़ताल तबतक ख़त्म नहीं करेंगे, जबतक योगी आदित्यनाथ खुद उनके गांव नहीं आते.
शहीद की पत्नी कविता कुमारी का कहना है कि पिछले साल भर में कई नेता मिलने आये. कई वादे किये. लेकिन किसी ने भी अपना वादा पूरा नहीं किया. वहीँ शहीद के एक अन्य भाई का कहना था कि अब स्थानीय भाजपा नेताओं पर से उनका विश्वास उठ गया है. इसलिए वो चाहते हैं कि मुख्यमंत्री खुद आकर उनसे मिले.
मुरादाबाद के ADM आर पी यादव ने इस बीच शहीद के परिजनों के लगातार स्वास्थ्य जांच के लिए एक मेडिकल टीम उनके गांव में तैनात करने का आदेश दिया है. साथ ही आपात स्थिति के लिए एक एम्बुलेंस की तैनाती की भी बात कही है.